तुलसी के फायदे, नुकसान, उपयोग करने का तरीका | Health Benefits Of Tusli तुलसी के घर में रहने से हमेशा सकारात्मक उर्जा का वातावरण बना रहता है ...
- श्याम तुलसी,
- राम तुलसी,
- श्वेत/विष्णु तुलसी,
- वन तुलसी,
- नींबू तुलसी
जैसे- फ्लू, स्वाइन फ्लू ,डेंगू, बुखार ,खांसी, जुकाम, जोड़ों के दर्द ब्लड प्रेशर ,मोटापा, शुगर ,एलर्जी हेपेटाइटिस, पेशाब संबंधी समस्या ,वात ,नकसीर फेफड़ों में सूजन, अल्सर ,तनाव ,वीर्य की कमी थकान,भूख में कमी, उल्टी आदि।
कैंसर में तुलसी की दो बूंदे एक गिलास छांछ के साथ सवेरे शाम पिलाएं। भोजन में केवल दूध या दही का सेवन कराएं।
सिर दर्द ,बाल झड़ना ,बाल पकना जैसी समस्याओं में श्री तुलसी की 8-10 बूंदें 10 मि.ली, एलो जेल के साथ मिलाकर सिर, माथे पर एवं बालों की जड़ों में मालिश करें।
गले में दर्द ,गले व मुंह में छाले ,आवाज बैठ जाना श्री तुलसी की 8-10 बूंदे गर्म पानी में डालकर गरारे करें।
इसी तरह से तुलसी के ऐसे अनेकों फायदे हैं जो हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है।
तुलसी के 2 सबसे बड़े फायदे
श्री तुलसी का उपयोग किडनी पेशेंट के लिए बहुत लाभदायक है।
इसके साथ ही साथ दांतों से संबंधित कोई भी समस्या यदि आपको है और आप श्री तुलसी का सेवन नियमित करते हैं तो धीरे-धीरे आपकी दांतो से संबंधित समस्या से आप जल्द ही निदान पा लेंगे।
महिलाओं के लिए भी श्री तुलसी का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है खासकर उस समय जब महिलाओं को मासिक धर्म से होकर गुजरना पड़ता है पीरियड के दौरान यदि महिलाएं श्री तुलसी का सेवन करती है तब यह उनके लिए बहुत फायदेमंद होती है।
कोरोनावायरस से बचाव का माध्यम
दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं कि कोरोनावायरस महामारी बहुत तेजी से हमारे पूरे भारतवर्ष में बढ़ते जा रही है ।
इस पर नियंत्रण पाना और इसे रोकना यह सिर्फ और सिर्फ हमारे हाथों में है यदि हम सही तरीके सावधानी बरतें
exp- Mask का प्रयोग करते रहे, 2 गज की दूरी बना कर चले और समय-समय पर अपने हाथों को सैनिटाइज करते रहते हैं तो हम इस बीमारी से सुरक्षित रह सकते हैं क्योंकि कोरोनावायरस वैक्सीन यह सिर्फ और सिर्फ हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए लगाई जा रही है, यदि हम यह कहें कि इसको लगाने के बाद पूर्ण रूप से कोरोनावायरस की चपेट से मुक्त हो सकते हैं तो यह गलत होगा।
यह सिर्फ और सिर्फ हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है जिससे हमारा शरीर कोरोनावायरस जैसी बीमारियों से हमारी रक्षा करता है ठीक इसी प्रकार आईएमसी की श्री तुलसी का नियमित सेवन हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है व विभिन्न बीमारियों से हमारी रक्षा करता है अतः श्री तुलसी का नियमित तौर पर आप सेवन करें, यदि आपको गले में खराश महसूस होती है तो श्री हल्दी का सेवन भी आप दूध के साथ करें इससे आप कुछ ही समय में अपनी गले की खराश और सर्दी जुकाम से निजात पा सकेंगे और आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी अतः आप सभी से निवेदन है कि अपनी सुरक्षा को बढ़ाएं और वह घड़ी ही ना आने दें कि आपको डॉक्टर की जरूरत पड़े।
श्री तुलसी का सेवन किसे करना चाहिए
दोस्तों वैसे तो तुलसी के विषय में विस्तृत चर्चा जितनी भी की जाए वह कम है यदि सारांश के तौर पर हम बात करें तो इसका उपयोग उन सभी व्यक्तियों को करना चाहिए जो किसी न किसी बीमारी से ग्रसित हैं और जिन्हें लगता है कि वह बीमारी की ओर बढ़ रहे हैं ऐसे सभी लोगों को श्री तुलसी का उपयोग करना चाहिए जो अपने शरीर को बिल्कुल स्वस्थ रखना चाहते हो।
श्री तुलसी का सेवन किसे नहीं करना चाहिए ?
- आप सभी जानते हैं तुलसी एक औषधि पौधा है जिसके सेवन से किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं है ठीक इसी तरह आईएमसी की श्री तुलसी भी पूर्णता सुरक्षित है इसके सेवन करने से कोई भी दुष्परिणाम नहीं है किंतु फिर भी आप इन दो बातों का ख्याल रखें।
- 7 साल से छोटी उम्र के बच्चों को इसका सेवन ना करें
- प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को इसका उपयोग ना कराएं
नोट- श्री तुलसी का सेवन दूध में डालकर नहीं करना चाहिए और ना ही तुलसी के सेवन के बाद दूध पीना चाहिए।
तुलसी का प्रयोग आंखों में नहीं करना चाहिए